जो चाहोगे वो पाओगे -हिंदी प्रेरणादायक कहानी 

एक साधु नदी की घाट के किनारे बैठा हुआ था. वहाँ वह धुनी रमाता और बीच-बीच में ऊँची आवाज़ में चिल्लाता, “जो चाहोगे सो पाओगे!”


उधर से गुजरने वाले लोग उसे पागल समझते थे. वे उसकी बात सुनकर अनुसना कर देते और जो सुनते, वे उस पर हँसते थे।
jo chaoge vo paoge hindi story

एक दिन एक बेरोजगार युवक उस रास्ते से गुजर रहा था. साधु की चिल्लाने की आवाज़ उसके कानों में भी पड़ी – “जो चाहोगे सो पाओगे!

अकबर बीरबल की अन्य कहानिया भी पसंद आएगी 

कटहल का पेड़ -अकबर बीरबल की कहानी 

अकबर बीरबल की कहानी - कौवों की गिनती

दुनिया की सबसे जरुरी चीज - अकबर बीरबल हिंदी कहानी 

कसाई और तेली अकबर बीरबल तेज दिमाग की कहानी

अकबर बीरबल हिंदी कहानी - जोरू का गुलाम 

बीरबल की खिचड़ी - अकबर बीरबल तेज दिमाग कहानी 

ये वाक्य सुनकर वह युवक साधु के पास आ गया और उससे पूछने लगा, “बाबा! आप बहुत देर से जो चाहोगे सो पाओगे चिल्ला रहे हो। क्या आप सच में मुझे वो दे सकते हो, जो मैं पाना चाहता हूँ?”


साधु बोला, “हाँ बेटा, लेकिन पहले तुम मुझे ये बताओ कि तुम पाना क्या चाहते हो?”


“बाबा! मैं चाहता हूँ कि एक दिन मैं हीरों का बहुत बड़ा व्यापारी बनूँ । क्या आप मेरी ये इच्छा पूरी कर सकते हैं?” युवक बोला.“बिल्कुल बेटा ।


मैं तुम्हें एक हीरा और एक मोती देता हूँ, उससे तुम जितने चाहे हीरे-मोती बना लेना.” साधु बोला । साधु की बात सुनकर युवक की आँखों में आशा की ज्योति चमक उठी।


फिर साधु ने उसे अपनी दोनों हथेलियाँ आगे बढ़ाने को कहा।


युवक ने अपनी हथेलियाँ साधु के सामने कर दी । साधु ने पहले उसकी एक हथेली पर अपना हाथ रखा और बोला,


“बेटा, ये इस दुनिया का सबसे अनमोल हीरा है । इसे ‘समय’ कहते हैं । इसे जोर से अपनी मुठ्ठी में जकड़ लो. इसके द्वारा तुम जितने चाहे उतने हीरे बना सकते हो । इसे कभी अपने हाथ से निकलने मत देना.”

फिर साधु ने अपना दूसरा हाथ युवक की दूसरी हथेली पर रखकर कहा, “बेटा, ये दुनिया का सबसे कीमती मोती है।


इसे ‘धैर्य’ कहते हैं। जब किसी कार्य में समय लगाने के बाद भी वांछित परिणाम प्राप्त ना हो, तो इस धैर्य नामक मोती को धारण कर लेना। यदि यह मोती तुम्हारे पास है, तो तुम दुनिया में जो चाहो, वो हासिल कर सकते हो.”

युवक ने ध्यान से साधु की बात सुनी और उन्हें धन्यवाद कर वहाँ से चल पड़ा। उसे सफ़लता प्राप्ति के दो गुरुमंत्र मिल गए थे।समय और धैर्य ।

उसने निश्चय किया कि वह कभी अपना समय व्यर्थ नहीं गंवायेगा और सदा धैर्य से काम लेगा।

कुछ समय बाद उसने हीरे के एक बड़े व्यापारी के यहाँ काम करना प्रारंभ किया। कुछ वर्षों तक वह दिल लगाकर व्यवसाय का हर गुर सीखता रहा और एक दिन अपनी मेहनत और लगन से अपना सपना साकार करते हुए हीरे का बहुत बड़ा व्यापारी बना।

अन्य शिक्षाप्रद कहानियाँ 

पढ़े :- सबसे उत्तम दान हिंदी धार्मिक  कहानी 

पढ़े :- सकारात्मक सोच - बहुत ही ज्ञान भरी कहानी 

पढ़े :- नाव का छेद करोडो का हिंदी कहानी

पढ़े :- खरगोश की ख़ुशी - प्रेरणादायक हिंदी कहानी 

पढ़े :- कंजूस बनिया और ज्ञानी पंडित हिंदी मजेदार कहानी

Post a Comment